विद्रोह दिवस

जीवन जीने के लिए साहस चाहिए । एक विद्रोही में ही वह साहस होता है । जिसे जीना है उसे विद्रोह करना होगा । विद्रोह अपने झूठे चेहरे के प्रति, विद्रोह अपनी स्वयं के आलस्य के प्रति, विद्रोह विचारों के बंधन के प्रति । यह विद्रोह आपको साहस देगा अपनी निजता में जीने का । आप वह बनकर जियेंगे जो आप हैं, वह बनकर नहीं जो दुनिया आपसे चाहती है कि आप बनें ।
                और विद्रोह और विरोध में अंतर जान लें । विद्रोह आपके केंद्र से आता है, विरोध मन की सतह से । विद्रोह मौन की शून्यता में खिलता है, विरोध विचारों की हलचल से उपजता है । विद्रोह में प्रेम और करुणा की सुगंध होती है, विरोध में घृणा और द्वेष की दुर्गन्ध । विद्रोह सृजनात्मक होता है, विरोध विध्वंसक ।