Tap to read in Hindi
Enlightened beings have discovered profound significance in Purnima (full-moon night) and Amavasya (no-moon night). Gautam Buddha awakened on a Purnima, many other seekers turned seers on either of these nights. Guru Purnima and Mahashivratri, two of the most-beloved festivals in India, have the moon at their heart. On the nights of Purnima and Amavasya cosmic energy is at its peak. At this time, if we are aware, we can sense subtle changes in ourselves: one who is angry will feel his anger going wild, one who is peaceful will feel a profound coolness showering on him. Evidently lunar energy is charismatic.
We can utilise it for self-development. The process is simple: on Purnima/Amavasya create a healthy positive mood within yourself and stay focused on it throughout the day. At night, meditate as long as possible. Fasting is highly recommended to deepen the process. As part of this process, Kavya Foundation celebrates on Purnima and Amavasya certain qualities essential for well-being.
To this wonderful grand celebration you are heartily invited!
बुद्धों की कुछ गहरी खोजों में से एक है पूर्णिमा और अमावस्या की सार्थकता । बुद्ध पूर्णिमा की रात को जागे; बहुत से खोजी पूर्णिमा या अमावस्या की रात को दृष्टा बने । गुरु पूर्णिमा और महाशिवरात्रि, जो कि भारत में सर्वप्रिय त्योहारों में गिने जाते हैं, चंद्र-केंद्रित हैं । पूर्णिमा और अमावस्या को ब्रह्मांडीय ऊर्जा अपने चरम पर होती है । इस समय, यदि हम थोड़ा जागरूक हों, तो हम अपने अंदर सूक्ष्म परिवर्तन महसूस करेंगे: जैसे यदि कोई क्रोधित है, तो उसका क्रोध बेलगाम हो जाएगा; यदि कोई शांत है, तो वह अपने अंदर गहन शीतलता महसूस करेगा । यह चंद्र-ऊर्जा की करिश्माई शक्ति का सबूत है ।
हम इसका उपयोग आत्म-विकास के लिए कर सकते हैं । प्रक्रिया बड़ी सादी है: पूर्णिमा या अमावस्या के दिन अपने अंदर एक स्वस्थ सकारात्मक भाव पैदा करें और दिन भर उसे गहराएं । रात को जितना हो सके ध्यान करें । इस दिन व्रत रखना प्रक्रिया को और गहरा देता है । इस प्रक्रिया के एक हिस्से के रूप में, काव्या संस्था हर पूर्णिमा और अमावस्या को कुछ विशेष गुणों का उत्सव मनाता है जो हमारी सेहत के लिए अनिवार्य हैं।
इस अद्भुत महाउत्सव में शामिल होने के लिए आप हार्दिक आमंत्रित हैं!