मृत्यु दिवस

मृत्यु जीवन का गहनतम रहस्य है । इस रहस्य को जाने बिना जीवन को समझ पाना असंभव है ।
        इसीलिए, मृत्यु पर ध्यान करें । चिंता नहीं । चिंता और ध्यान में फ़र्क़ है : ध्यान का अर्थ है चेतन, जागृत अनुभूति, चिंता का अर्थ है अचेतन भय । ध्यान का अर्थ है ध्यान की जाने वाली वस्तु या परिस्थिति के साक्षी होना, चिंता का अर्थ है उससे भागना । तो ध्यान करें मृत्यु पर । और आप जानेंगे उसे जो मृत्यु के पार है । और जिस क्षण आप मरणातीत की एक झलक पा लेंगे उस क्षण आप एक अकल्पनीय, अतुलनीय आनंद से भर जाएँगे ।