
ये प्यार भी एक लहर ही हैजब उठ जाए तो उठ जाए
तुम डरना मत
बस चढ़ जाना इस पर... CONTINUE READING...

ये प्यार भी एक लहर ही है
वह चल दिए मुस्कुरा कर अपनी मंज़िल की ओर,

आज सुबह भूल से मैंने उस दरी को ठोकर मार दी जिस पर मैं सोता हूं, तो मैंने उसके पैर पड़े, वैसे ही जैसे बचपन में किसी किताब के ज़मीन पर गिर जाने या उसे ठोकर...
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प्रेम शब्दमात्र में ही एक अजीब सी मिठास है, एक अजीब सा सौंदर्य है, एक अजीब सी शीतलता है । प्रेम शब्द सुनने मात्र से ही हमारे प्राणों में एक तरंग उठने लगती है । प्रेम ने जिसे छू लिया वो तो ...
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प्रेम हमेशा कुछ देना चाहता है । देना प्रेम की सहज प्रवृति है, उसका स्वभाव है । प्रेम हमेशा अवसर तलाशता है, मौक़े ढूंढ़ता है ताकि प्रेमिका को कुछ दिया जा सके : कोई छोटा सा उपहार, कोई...
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Yes, love is blind because love does not have outer eyes, it has inner eyes. Love has insight, it does not have outsight. With the physical eyes, we can see only the body...
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The title of my article is inspired by the legendary English essayist Charles Lamb’s “In Praise of Chimney Sweepers”. The reason for this inspiration lies i...
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Today my mother told me that one of the pots in her kitchen is as old as I am (40) and it was worth rupees 19...
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