चेतना का फूल
प्रार्थना चेतना का फूल है । जिस क्षण हमारे प्राण धन्यवाद से भरे होते हैं, अनुग्रह से भरे होते हैं, कृतज्ञता से भरे होते हैं प्रार्थना का फूल खिलता है । जिस क्षण हमें ये अनुभूति होती है कि जीवन में ...
CONTINUE READING...
ध्यान की विधियाँ
ध्यान की विधियों को दो श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है - सक्रिय ध्यान की विधियाँ और निष्क्रिय ध्यान की विधियाँ । सक्रिय ध्यान है जिसमें शरीर सक्रिय होता है, क्रियाशील...
CONTINUE READING...
Daily Survival: A Miracle
A couple of weeks ago, a slight tremor of earthquake shook northern India. Everything trembled, as if, at the sight of death. People ran in panic ...
CONTINUE READING...
ध्यान और ख़तरा
एक बार कटनी प्रवास के दौरान मुझे कुछ निर्जन क्षेत्रों में ध्यान करने का अवसर प्राप्त हुआ । शहर की आबादी से दूर, शोरगुल से परे, किसी पेड़ के आँचल तले, चट्टान की गोद में बैठ कर...
CONTINUE READING...
ध्यान केन्द्र और परिधि का तालमेल
सत्य अस्तित्व का गहनतम रहस्य है और ये अस्तित्व का सबसे सुंदर उपहार भी है हमारे लिए । और अस्तित्व हर वक़्त, हर क्षण आतुर रहता है ये उपहार हमें देने के लिए । फिर भी हम इससे महरूम से...
CONTINUE READING...
Death and Judgement
There are things that we believe happen only to others. There are things that we believe are not going to touch us, that we are well protected against them....
CONTINUE READING...
Balanced Work
A wealthy lady of my acquaintance was lazy enough to hire an army of maids for every tiny household chore. Given it, her body parts began to be...
CONTINUE READING...
ओशो का मृत्यु दिवस
आज यानि १९ जनवरी मेरे गुरु ओशो का मृत्यु दिवस है। आम तौर पर हम लोगों का जन्म दिवस ही मनाते हैं। मृत्यु को इतना नकारात्मक माना जाता है कि उस...
CONTINUE READING...
महाशिवरात्रि और महाजागरण
महाशिवरात्रि और महाजागरण
हर सुबह योग करने के पहले जब मैं अपने कमरे की एक खिड़की खोलता हूँ तो मीठी, मुलायम हवा मुझे गले लगाने के लिए दौड़ पड़ती है। लेकिन यदि खिड़
CONTINUE READING...
बाबा रामदेव के एलोपैथिक बयान पर एक चिकित्सकीय चिंतन
पिछले दिनों बाबा रामदेव ने एलोपैथी को एक "दिवालिया और स्टूपिड साइंस" कहा और इसे "लाखों लोगों की मौत" का ज़...
CONTINUE READING...